मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता उमा भारती ने महिला आरक्षण के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संबंधित विधेयक में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की महिलाओं को भी आरक्षण का प्रावधान करने की मांग की है।
उमा भारती ने इस संबंध में सोशल मीडिया एक्स में पोस्ट के साथ ही यहां मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि आज महिला आरक्षण विधेयक संसद में प्रस्तुत हुआ है। इसमें ओबीसी वर्ग की महिलाओं को भी आरक्षण का प्रावधान किया जाना चाहिए।
भाजपा नेता ने दावा करते हुए कहा कि वर्ष 1996 में श एच डी देवगोड़ा ने महिला आरक्षण संबंधी विधेयक संसद में प्रस्तुत किया था। तब भी उन्होंने (भारती) आरक्षण संबंधी संशोधन सदन के समक्ष प्रस्तुत किया था और उस समय वह सदन की स्टैंडिंग कमेटी को सौंप दिया गया, जिससे यह विधेयक विचाराधीन हो गया। सुश्री भारती ने अपनी पोस्ट में कहा कि इस विधेयक की सार्थकता एवं व्यापकता उस ‘संशोधन’ के साथ ही हाेगी, जो उन्होंने प्रस्तुत किया था।
उमा भारती ने कहा कि उन्होंने आज ही पत्र के जरिए प्रधानमंत्री को संशोधन का स्मरण कराया है। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी को मेरा पत्र मिल जाने की सूचना भी पीएमओ से मुझे प्राप्त हो गई है।’ उन्होंने दोहराया कि विधेयक में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के साथ ही ओबीसी वर्ग की महिलाओं को अलग से आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए।