अरुणाचल प्रदेश भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबीएन) के जवान की हत्या के फरार आरोपी एनएससीएन-के (एनएस) कैडर के कार्यकर्ता रोक्सन होमचा को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि राज्य पुलिस ने अर्धसैनिक बलों के जवानों की मदद से तिरप में बोरदुरिया थाने के तहत बोगापानी क्षेत्र से आरोपी को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि चांगलांग जिले के खरसांग थाना क्षेत्र के चेंगसा गांव का रहने वाला टिट्पू कितन्या उर्फ कितानाल एक हत्या के मामले में सजा काट रहा था और तिरप जिले के बोरदुरिया गांव का रहने वाला रोक्सेन होमचा विचाराधीन कैदी था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (खापलांग) के निक्की सुमी गुट के एक स्वघोषित पदाधिकारी रोक्सेन होमचा ने 26 मार्च को एक दोषी टिट्पू कितन्या के साथ मिलकर, जिला जेल खोंसा में तैनात एक संतरी वांग्नयम बोसाई से राइफल छीनकर उसकी गोली मारकर हत्या दी और मौके से फरार हो गया था। दोनों आरोपियों के बारे में सूचना देने पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया था।
अरुणाचल प्रदेश पुलिस (एपीपी) के जनसंपर्क अधिकारी रोहित राजबीर सिंह ने बताया कि
खुफिया जानकारी के आधार पर रविवार रात करीब आठ बजे दोनों फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया गया। ऑपरेशन का नेतृत्व एपीपी ने किया था, जिसमें तिरप पुलिस की पांच टीमें और एक एसटीएफ टीम शामिल थी, जिसे छठी असम राइफल्स की एक टीम और 36वीं बटालियन सीआरपीएफ की तीन टीमों का समर्थन प्राप्त था। एपीपी की चार टीमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ मिलकर पूरे रास्ते की घेराबंदी करने में लगी हुई थीं। घेरा बनाने वाली टीम को पानिदुरिया, नैतोंग और पानसुमटोंग गांवों और बोगापानी के सामान्य क्षेत्र में रखा गया था। इलाके की घेराबंदी करने के बाद सभी संदिग्ध ठिकानों की सघन तलाशी ली गयी
उन्होंने बताया कि आज सुबह करीब 6.30 बजे बोरदुरिया के पास बोगापानी में एक सुनसान मकान में घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। यहां वह मजदूरों के बीच रह रहा था। इस दौरान, उसके पास से शहीद जवान से छीनी गयी राइफल और कुछ कारतूसों को भी अपने कब्जे में लिया गया।
उन्होंने कहा, “एक अन्य भगोड़े अपराधी टिट्पू कितन्या का पता लगाने और पकड़ने के लिए संयुक्त टीम द्वारा तलाशी अभियान अब भी जारी है।”
गौरतलब है कि आरोपी ने आईआरबीएन जवान वांग्नयम बोसाई से राइफल छीनकर, उनके पेट में गोली मार दी थी और वह मौके से फरार हो गया था। घायल बोसाई की डिब्रूगढ़ अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में मौत हो गयी। इस घटना के बाद, अरुणाचल पुलिस ने दोनों भगोड़े लोगों की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को एक-एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की। साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि सूचना देने वाले की पहचान को गुप्त रखा जाएगा।
इस घटना से संबंधित आईपीसी की धारा, शस्त्र अधिनियम की धारा और गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) की धारा के तहत खोंसा थाने में मामला दर्ज कर लिया गया।