माफिया अतीक अहमद और पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या के आठ दिन बाद खुल्दाबाद थाना के कर्बला स्थित ढहाए गए कार्यालय में रविवार देर रात खून के निशान और चाकू मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
प्रयागराज डीसीपी दीपक भूकर ने बताया कि कर्बला स्थित ढहाए गए कार्यालय में खून के निशान मिले हैं। वहां पर एक चाकू भी बरामद किया गया है। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य इकट्ठा किया है, उसकी प्रांरभिक रिपोर्ट आने के बाद ही हकीकत के बारे बताया जा सकता है। एक कमरे में पीछे खिड़की का शीशा टूटा मिला है। इस तरफ से भी किसी के अन्दर आने की संभावना हो सकती है। सभी बिन्दुओं पर भी जांच की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि खून के धब्बे निचले तल से लेकर दूसरी मंजिल के कमरों किचन और सीढ़ियों पर हैं। किचन में रखा सामान फैला हुआ है और हीटर सहित दूसरे तमाम वस्तुएं टूटे पड़े मिले। एक कमरे में सोफे पर महिला के कपड़े में भी खूब के धब्बे हैं।
गौरतलब है कि 24 फरवरी को प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सरकारी गनर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से इस हत्याकांड की जांच शुरू की तो उसमें माफिया अतीक अहमद का बेटा असद उमेश पाल पर गोलियां बरसाते हुए नजर आ रहा आया। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल चार आरोपितों को मुठभेड़ में मार गिराया, बाकी अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है।
इस मामले में अतीक अहमद, अशरफ, शाइस्ता परवीन, बेटों और नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने अतीक और उसके भाई को हत्या के मामले में 13 अप्रैल को रिमांड पर लिया था। 15 अप्रैल की रात करीब 10.30 बजे रूटीन जांच के लिए काल्विन अस्पताल ले जाया गया था जहां तीन शूटर लवलेश तिवारी ,अरुण मौर्य और शनि सिंह ने गोलियों से छलनी कर दिया।