निरंतर मॉनिटरिंग एवं समीक्षा बैठकों से जल जीवन मिशन ने गति पकड़ी है और जेजेएम में राजस्थान का ग्राफ लगातार ऊपर जा रहा है।
26 मार्च को प्रदेश में एक दिन के अभी तक के सर्वाधिक 16,742 जल कनेक्शन किए गए। इससे पहले 25 मार्च को 16 हजार 594 कनेक्शन हुए थे। वित्तीय वर्ष 2022-23 में अभी तक 13 लाख 11 हजार कनेक्शन हो चुके हैं।
जनवरी माह से मार्च तक के प्रतिदिन जल कनेक्शन को देखें तो राजस्थान देश के टॉप 5 राज्यों में आ गया है। अकेले मार्च माह में ही अभी तक 2 लाख 71 हजार 274 जल कनेक्शन किए जा चुके हैं। इस माह का औसत प्रतिदिन 10,434 पर पहुंच गया है। राजस्थान में अब कुल 38 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल के माध्यम से जल पहुंच रहा है। जेजेएम में कुल जल कनेक्शन के आधार पर राजस्थान देश में 12 वें स्थान पर है। मिशन के तहत राजस्थान ने अभी तक 13,248 करोड़ रूपए खर्च किए हैं। इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 6,845 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। जेजेएम में व्यय करने में राजस्थान का देश में चौथा स्थान है।
इस वित्तीय वर्ष के जल जीवन मिशन के तय लक्ष्यों को हासिल करने वाले टॉप 5 जिलों में झालावाड़ 72 प्रतिशत, भीलवाड़ा 66 प्रतिशत, कोटा 63, चित्तौड़गढ़ 62, एवं उदयपुर ने 60 फीसदी प्रगति की है। जयपुर जिले ने एक लाख से अधिक जल कनेक्शन किए हैं। प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2022-23 में जल जीवन मिशन में सबसे निचले पायदान पर रहे जिलों ने भी मार्च माह में हर घर जल कनेक्शन में 25 फीसदी से अधिक की प्रगति दर्ज की है। जैसलमेर, जोधपुर, जालोर, नागौर एवं करौली सबसे कम प्रगति वाले 5 जिले हैं। कम प्रगति वाले जिलों को पिछली समीक्षा बैठक के दौरान 25 प्रतिशत से अधिक कनेक्शन करने के निर्देश दिए गए थे। इनमें करौली ने 31 फीसदी जबकि जालोर एवं नागौर ने 26-26 फीसदी प्रगति दर्ज की है। जोधपुर 24 फीसदी, जैसलमेर 21 फीसदी लक्ष्य हासिल कर चुके हैं।