राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार युवाओं के उत्थान और उनकी प्रगति के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है और युवाओं और विद्यार्थियों को समर्पित शिक्षा क्षेत्र में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों एवं नवाचारों से ही आज राजस्थान अग्रणी राज्य बना है।
श्री गहलोत मंगलवार को बीकानेर के राजकीय डूँगर महाविद्यालय में छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम है कि भारतीय सिविल सेवा में चयनित होने में राज्य के युवा आगे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही सशक्त माध्यम है, जिससे युवा अपने भविष्य के लिए सही रास्ता चुन सकते हैं। युवा वर्ग शिक्षा प्राप्ति के साथ देश की हर घटना की जानकारी भी रखें। देश की आजादी से पूर्व एवं बाद के त्याग और बलिदान को पढ़ें और अन्य ज्ञानवर्धक गतिविधियों में भी शामिल हों। इसी से व्यक्तिव और कृतित्व मजबूत बनेगा। उन्होंने कहा कि इतिहास वही बनाता है, जो इतिहास जानता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा क्षेत्र में आज जो फैसले ले रही है, उनका लाभ भविष्य में मिलेगा। उन्होंने समारोह में महाविद्यालय के छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने छात्र हितों को देखते हुए 30 नए कक्षा कक्षों के निर्माण के लिए घोषणा की।
श्री गहलोत ने कहा कि सभी को रोजगार उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। राज्य सरकार अब 100 मेगा जॉब फेयर लगाकर युवाओं को ऑन द स्पॉट ही रोजगार दिलाने के लिए प्रयासरत है। अभी जयपुर, भरतपुर, जोधपुर एवं बीकानेर सहित कई शहरों में फेयर लगाकर हजारों युवाओं को रोजगार दिलाया गया है। सरकार द्वारा करीब 1.36 लाख राजकीय नौकरियां दी जा चुकी है, इतनी ही प्रक्रियाधीन हैं। आगामी वर्ष में एक लाख नौकरियां और दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार षिक्षा के चहुंमुखी विकास के लिए संकल्पबद्ध है। बेहतर शिक्षा के लिए हरसम्भव प्रयास और नवाचार किए जा रहे हैं। प्रदेश में आईआईटी, आईआईएम, एम्स, ट्रिपल आईटी, निफ्ट, एनआईए, आरयूएचएस, लॉ, एग्रीकल्चर, स्पोर्ट्स एवं पुलिस यूनिवर्सिटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थान स्थापित हो चुके हैं। साथ ही अब प्रदेश में विश्वविद्यालयों की संख्या 92 हो गई है। पिछले चार वर्षों में ही 211 महाविद्यालय खोले जा चुके हैं तथा 92 महाविद्यालय और खोले जा रहे हैं। अब प्रदेश के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में 30 हजार विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना में 500 विद्यार्थियों को विदेश में निःशुल्क शिक्षा, महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की स्थापना जैसे नवाचारों से राज्य में शिक्षा का स्वरूप ही बदल गया है।
समारोह में शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि महाविद्यालय में 15 करोड़ रुपए की लागत से सभागार बनेगा। आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। प्रदेश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की शुरूआत की गई है। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में नए आयाम स्थापित हुए हैं। प्रदेश में 91 कन्या महाविद्यालय खुलने से बालिकाओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के सुअवसर मिले हैं।
इस अवसर पर पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि छात्र शक्ति से ही लोकतंत्र अधिक मजबूत होगा। युवा सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ें और देश की प्रगति में अपनी अहम भूमिका निभाएं।
कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि जिस प्रदेश के युवाओं में पढ़ने की रूचि होती है, वह प्रदेश उत्तरोत्तर प्रगति करता है। राजस्थान मे ऐसा ही माहौल है।