पंजाब के अमृतसर में अपनी तरह की अनूठी पहल में विशाल आकार के कृत्रिम फेफड़े प्रदूषित हवा में सांस लेने के स्वास्थ्य प्रभावों पर सार्वजनिक रुप से जागरुकता पैदा करेगा। ‘दी बिलबोर्ड देट ब्रीथ’ शीर्षक का यह बिलबोर्ड आज स्थानीय निकाय मंत्री डॉ इंदरबीर सिंह निझर, अमृतसर के उपायुक्त हरप्रीत सिंह सूदन (आईएएस), नगर निगम आयुक्त संदीप ऋषि (आईएएस) और आयकर विभाग के मुख्य आयुक्त जहांजेब अख्तर की मौजूदगी में नोवल्टी चौक में स्थापित किया गया।
इस अवसर पर स्थानीय समूह ड्रामा क्लैप ने एक नुक्कड़ नाटक किया जिसमें लोगों को वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य प्रभाव पर प्रकाश डाला गया और दर्शाया कि सरकार इस दिशा में क्या कदम उठा सकती है।
यह जागरुकता अभियान इकोसिख द्वारा अमृतसर नगर निगम और वायु प्रदूषण के मुद्दे पर प्रयासरत समूह क्लीन ऐयर पंजाब के सहयोग किया गया। फेफड़ों को हाई ऐफिश्येंसी पार्टिकुलेट ऐयर (एचईपीए) फिल्टर का इस्तेमाल कर के बनाया गया है। यह फिल्टर्स धूल को रोकने के लिये आपरेशन थियेटरों में इस्तेमाल किये जाते हैं । इन कृत्रिम फेफडों में पंखें भी फिट किये गये हैं जो कि जो कि हवा को फेफड़ों की तरह सांस लेते हुये हवा को अपनी ओर खींचते हैं। अगले कुछ दिनों में प्रदूषित धूल और वाहनों से निकलने वाले कण इन एचईपीए फिल्टर्स में फंसने लगेंगें जिससे की चाक व्हाईट के यह कृत्रिम फेफड़ों का रंग प्रदूषण के चलते भूरा या काला हो जायेगा।
इस अवसर पर स्थानीय निकाय मंत्री डा इंदरबीर सिंह निझर ने कहा कि वायु प्रदूषण के मुद्दे का हल निकालने के लिये सकारात्मक कार्यवाही की आवश्यकता है। प्रत्येक नागरिक का जागरूक होने जरुरी है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण पहलू जिसे अकसर अनदेखा किया जाता है वह है – कंस्ट्रक्शन और डेमोलिशन वेस्ट। यह कचरा शहरों में एक उपद्रव पैदा करता है। शहर सभी का है और इसे साफ रखना हम सबका सामूहिक कर्तव्य है। नागरिकों को इस बात की जानकारी होनी चाहिये कि शहर में सीएंडडी प्लांट्स मौजूद है जहां सीएंडडी नियमों का पालन करते हुये सभी कचरे को रिसाइकल किया जाता है। उन्होंनें बताया कि इसके अलावा पूरे शहर में मशीनीकृत स्वीपर्स की संख्या में वृद्धि की गई है।
कार्यक्रम के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुये नगर निगम आयुक्त संदीप ऋषि (आईएएस) ने आग्रह किया कि लोग इस बिलबोर्ड को देखने आये जो कि उनमें वायु के स्तर में सुधार लाने के लिये जागरुक करेगा। दिनों दिन अमृतसर की वायु का घटता स्तर एक चिंता का विषय है। उन्होंनें बताया कि अमृतसर नगर निगम भी इस बात को लेकर चिंतित है और वे वायु स्तर में सुधार लाने की दिशा में व्यापक कदम उठा रहे हैं। उन्होंनें उम्मीद जताई कि लंग्स बिलबोर्ड लोगों में सजगता प्रदान करेगा और इस ओर वे लोगों की भागीदारी के साथ शहर की हवा में सुधार ला सकते हैं।
अमृतसर स्थित आयकर विभाग की मुख्य आयुक्त जहांजेब अख्तर ने ‘मेरा कचरा – मेरी जिम्मेवार’ की पुरजोर वकालत करते हुये कहा कि हमें अपने कचरे को भगतांवाला डंप साइट पर नहीं भेजना चाहिए जो हर दिन टनों के हिसाब से कचरा जमा कर रहा है और हमारे पवित्र शहर को दूषित कर रहा है। उन्होंनें इस बात पर जोर दिया कि हमें यह पहचानना चाहिये कि कोई भी कचरा एक संसाधन है। उन्होंनें बताया कि सेंट्रल रेवेन्यू कॉलोनी में वे एक जीरो वेस्ट प्रोग्राम लागू करने का प्रयास कर रहे है। उन्होंनें ‘धरत महत’ का उदाहरण देते हुये कहा कि उस कॉलोनी के लोग कितनी खूबसूरती से अपने गीले कचरे को खाद बनाकर और अपने सूखे कचरे को रिसाईकलिंग फैसिलिटी में भेजकर कॉलोनी को वेस्ट मैनेजमेंट की दिशा में आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
अमृतसर के डाक्टरों ने जनहित में स्वच्छ हवा की महत्वता पर बल दिया । उन्होंनें चेताया है कि वायु प्रदूषण का बढ़ता स्तर कई बीमारियों जैसे सांस की बीमारी, हृदय रोग यहां तक की कैंसर को भी जन्म दे सकता है। मेडिकेड हस्पताल में पल्मनरी मेडीसन की विभाग के प्रमुख डा रवनीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि जो हम हवा के द्वारा स्वास लेते है उसका सीधा सरोकार हमारी क्वालिटी लाईफ से होता है। वायु प्रदूषण का बढ़ता स्तर कई बीमारियों जैसे क्रोनिक ओब्सटक्टिव प्लमनेरी डिस्आर्डर सीओपीडी, अस्थमा, लंग्स कैंसर, बर्थ डिफेक्ट, हृदय रोग, ऐलर्जी आदि को न्यौता देता है। अमृतसर का एक्यूआई स्तर यानि वायु स्तर कई गत वर्षो से खराब और घातक होता जा रहा ह। सभी नागरिकों के लिये यह ‘अभी नहीं तो कभी नहीं’वाली स्थिति है जिससे अब निपटना ही होगा।
इकोसिख पंजाब की प्रेजीडेंट डा सुप्रीत कौर ने कहा कि वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य परिणामों के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिये भव्य लंग्स बिलबोर्ड लगाना सबसे प्रभावी तरीका है। लुधियाना में इसी तरह के एक बिलबोर्ड को पूरी तरह काला होने में मात्र आठ दिन लगे। उन्होंनें कहा कि वे अमृतसरवासियों से लंग्स बिलबोर्ड को देखने और शहर के बढ़ते वायु प्रदूषण के मुद्दे पर विचार करने के लिये आहवान करेंगें। उन्होंनें अमृतसर प्रशासन इस अभियान में जुड़ने का आभार व्यक्त किया।