नयी दिल्ली, इंडिया ने रविवार को बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र में 26 जून से 19 जुलाई तक होने वाले सीनियर पुरुष राष्ट्रीय कोचिंग शिविर के लिये 39 सदस्यीय कोर संभावित समूह की घोषणा की।
इस शिविर के समापन के बाद भारतीय टीम स्पेन के टेरासा रवाना होगी, जहां वह स्पेनिश हॉकी फेडरेशन की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर 25 जुलाई से 30 जुलाई के बीच अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में इंग्लैंड, स्पेन और नीदरलैंड का सामना करेगी।
चार देशों के इस टूर्नामेंट के बाद भारत घरेलू सरज़मीन पर तीन अगस्त से शुरू होने वाली प्रतिष्ठित हीरो एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी चेन्नई 2023 में हिस्सा लेगा। इस टूर्नामेंट में भारत का सामना कोरिया, मलेशिया, पाकिस्तान, जापान और चीन से होगा।
शिविर के लिये चुने गये कोर समूह में गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक, पीआर श्रीजेश, सूरज करकेरा, पवन मलिक, प्रशांत कुमार चौहान, डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह, जरमनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, वरुण कुमार, अमित रोहिदास, गुरिंदर सिंह, जुगराज सिंह, मनदीप मोर, नीलम संजीव ज़ेस, संजय, यशदीप सिवाच, दिप्सन टिर्की और मंजीत शामिल हैं।
शिविर में बुलाये गये मिडफील्डरों में मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद, मोइरांगथेम रबीचंद्र सिंह, शमशेर सिंह, नीलकंठ शर्मा, राजकुमार पाल, सुमित, आकाशदीप सिंह, गुरजंत सिंह, मोहम्मद राहिल मौसी और मनिंदर सिंह शामिल हैं, जबकि फॉरवर्ड खिलाड़ियों की सूची में एस. कार्ती, मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, अभिषेक, दिलप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, सिमरनजीत सिंह, शिलानंद लाकड़ा और पवन राजभर का नाम सम्मिलित किया गया है।
यह साल भारतीय टीम के लिये सितंबर में चीन के हांग्झोउ में होेने वाले एशियाई खेलों के लिहाज से महत्वपूर्ण है, जहां जीतने वाली टीम सीधा पेरिस ओलंपिक 2024 के लिये क्वालीफाई करेगी।
भारतीय टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने आगामी शिविर पर कहा, “हमने बेल्जियम और नीदरलैंड में एफआईएच पुरुष हॉकी प्रो लीग 2022/2023 मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया। अब हमें निरंतरता बनाए रखने की जरूरत है, खासकर इस साल के अंत में होने वाले महत्वपूर्ण टूर्नामेंट देखते हुए।”
उन्होंने कहा, “शिविर हमारे लिये कुछ क्षेत्रों में खुद को बेहतर बनाने और एक बार फिर एक टीम के रूप में मिलकर काम करने का अवसर होगा। हीरो एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी चेन्नई 2023 अगस्त में होने वाली है। इसके बाद चीन के हांग्झोउ में एशियाई खेल 2023 तक, यह हमारे लिये आगामी महीनों के लिये तैयारी शुरू करने और जिस तरह की हॉकी हम खेलना चाहते हैं उसे प्रदर्शित करने के लिये एक महत्वपूर्ण शिविर है।”