नयी दिल्ली राज्यसभा ने आज भारतीय प्रबंधन संस्थान (संशोधन) विधेयक 2023 को ध्वनिमत से पारित कर दिया जिससे नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिलने का मार्ग खुल गया।
लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है। इसके साथ ही इस पर संसद की मुहर लग गयी।
शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने विधेयक पर हुयी चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि इससे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिल सकेगा। यह विश्व स्तर का बेहतर संस्थान है और यहाँ से अध्ययन कर जाने माने लोग निकले हैं। उन्होंने कहा कि देश में 20 भारतीय प्रबंधन संस्थान है और ये संस्थान बेहतर तरीके से अपना काम कर रहे हैं तथा इनके लिए धनराशि की कोई कमी नहीं है।
इसके बाद सदन से इस विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
विपक्ष के वाकआउट के बीच हुयी चर्चा में बीजू जनता दल के अमर पटनायक , भारतीय जनता पार्टी के अनिल अग्रवाल टीएमसी (एम) के जी के वासन, वाईएसआरसीपी के वी विजय सांई रेड्डी , अन्नाद्रमुक के एम थंबीदुराई, तेलुगु देशम पार्टी के कनकमेदला रवींद्र कुमार ने हिस्सा लिया।