मुंबई जाने-माने विद्वान एवं समता परिषद के उपाध्यक्ष प्रोफेसर हरि नारके का बुधवार को निधन हो गया। वह 70 वर्ष के थे।
प्रोफेसर नारके को मुंबई के एशियन हार्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां आज सुबह उनका निधन हो गया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) के नेता छगन भुजबल एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता एशियन हार्ट हॉस्पिटल पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में प्रोफेसर नारके द्वारा संपादित 1000 पेज की पुस्तक ‘समग्र महात्मा फुले’ को अपडेटेड करके और प्रकाशित किया था।
राज्य सरकार ने डॉ. अंबेडकर के समग्र वांग्मय के 26 खंड भी प्रकाशित किए जिनमें से छह का संपादन प्रोफेसर नारके ने किया।
प्रोफेसर नारके ने सर्वश्री फुले और अंबेडकर के विचारों तथा कार्यों को बेहतर ढंग से उजागर करने एवं त्वरित सरकारी निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।