गुजरात से माउंट आबू सैरसपाटे को आये सैलानियों ने अपने ही साथी के पेट में छुरा घोप कर उसकी हत्या कर अपने ही वाहन में अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक के दादा की रिपोर्ट पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच आरंभ कर दी।
थाना अधिकारी किशोर सिंह भाटी के अनुसार भीखा भाई सेनमा निवासी चरारा तहसील मानसा जिला गांधीनगर ने इस आसय की शिकायत दर्ज करवाई की उनका पोता भावेश (23) ने गत 22 अगस्त को उन्हें कहा था कि वह अपने दोस्त अरविंद भाई हिराजी ठाकोर, हरेश धंजीभाई, हर्ष उर्फ हार्दिक सोलंकी, जयेस भाई सोलंकी, श्रवण रसीक भाई के साथ माउंट आबू घुमने जा रहा है। 23 अगस्त शाम तक भावेश घर नही आया तो उसे फोन किया जिस पर उसने कहा कि थोडी ही देर में वे माउंट आबू से वापस निकल रहे है। देर रात तक घर पहुचेंगे। लेकिन रात दस बजे तक भी वह घर नही आया तो फिर से एक बार फोन लगया लेकिन फोन रिसिव नहीं हुआ।
24 अगस्त को सवेरे पुलिस वाले भीखाभाई के घर आये एवं कहा कि उनके पोते भावेश की मृत्यु हो चुकी है। जिसका शव कलोल सिविल अस्पताल में रखा है। जिस पर भीखाभाई अन्य परिजनों के साथ कलोल पहुचे। जहां भावेश का शव पडा हुआ था।
पुलिस वालो से तथा वहा तैनाथ चिकित्सकों से भावेश का मृत्यु का कारण पुछने पर पता चला की माउंट आबू से वापस जाते समय आबूरोड-माउंट आबू मार्ग पर शराब के नशे में आपस में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। जिससे पांचों में से किसी ने उसके पेट में छुरा घोप दिया।
छुरा घोपने की वारदात से सभी लोग घबरा गये। उसे साथ लेकर कलोल सिविल अस्पताल में पहुचायां जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को इत्तला दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर भीखा भाई एवं उनके परिजनों को अस्पताल से माउंट आबू लेकर आये। पुलिस थाने में रिपोर्ट दी।