राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेश व्यापी आह्वान पर तेरह सूत्री मांग पत्र को लेकर जयपुर में कर्मचारियों का महापड़ाव शनिवार को छठे दिन भी जारी रहा।
जगतपुरा सीबीआई फाटक के पास शनिवार को बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने रो-रो कर अपना विरोध दर्ज कराया। राजस्थान विधुत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वीराज गुर्जर ने बताया कि शनिवार को 35 हजार से अधिक विभिन्न कैडर के कर्मचारियों और अभियंताओं ने निगम प्रबंधन और सरकार के खिलाफ रो-रो कर अपना विरोध दर्ज कराया।
श्री गुर्जर ने बताया कि शनिवार को महापड़ाव का छठा दिन था लेकिन निगम और सरकार की और से मांगों पर अब तक कोई कार्यवाही नही की गई है, जिससे हजारों कर्मचारियों में आक्रोश है। जल्द मांगे नही मानी गई तो कर्मचारियों का धेर्य जवाब दे सकता है।
उन्होंने बताया कि महापड़ाव में पुरानी पेंशन की विसंगती को दूर करने की मांग के साथ एक निगम से दूसरे निगम में स्थानांतरण करने, नये केडर का ऑप्शन ले चुके टेक्नीकल हेल्पर कर्मचारियों के 2400 एवं 2800 ग्रेड पे के जयपुर डिस्कॉम की भाँति फिक्सेशन डेट आफ जॉइनिंग से करने, दिसम्बर 2015 में हुई टूल डाऊन हड़ताल से पीड़ित प्रसारण निगम के कर्मचारियों के विरूद्ध की गई समस्त दमनात्मक कार्यवाहियों को निरस्त करने, नए केडर में आप्शन ले चुके डिप्लोमाधारी तकनीकी कर्मचारियों को पुराने केडर में 01.04.2018 व 01.04.2019 की स्थिति में प्रमोशन दिलाने, हेल्पर द्वितीय की ग्रेड पे 1750 या 1850 से बढ़ाकर 2000 करने, आरजीएचएस स्कीम को विद्युत निगमों में भी राज्य सरकार के अन्य विभागों के समान तरीके से लागू करने, आउटडोर की लिमिट राशि को राज्य सरकार के विभागों की तरह अनलिमिटेड करने, 01.01.2004 से पूर्व में नियुक्त कार्मिकों एवं विधुत निगम पेंशनरों को भी आरजीएचएस स्कीम की सुविधा राज्य सरकार के कार्मिकों की भाँति दिलाने सहित अन्य मांगे शामिल है।