महाराष्ट्र में अंतिम श्रावणी सोमवार के अवसर पर रविवार रात से ही मराठवाड़ा क्षेत्र में तीन ‘शिव ज्योतिर्लिंगों’ के आशीर्वाद के लिए हजारों भक्त उमड़ पड़े।
औरंगाबाद जिले के एलोरा में ‘घृष्णेश्वर’, बीड जिले के परली में ‘परली वैजनाथ’ और हिंगोली जिले के औंडा में ‘औंडा नागनाथ’ सहित तीन ‘ज्योतिर्लिंगों’ में दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था की गई।
भक्तों ने सोमवार को व्रत रखा और भगवान शिव के लिए प्रार्थना एवं अभिषेक किया।
तीनों ज्योतिर्लिंगों पर लंबी कतारें देखी गईं, खासकर बेलपत्री (बेल के पत्ते) और फूल लेकर महिलाओं की।
ज्योतिर्लिंगों में से एक एलोरा के सूत्रों ने कहा कि छत्रपति संभाजीनगर शहर से लगभग 35 किलोमीटर दूर ‘ग्रुशनेश्वर मंदिर’ के ‘दर्शन’ के लिए सोमवार तड़के से ही हजारों लोगों को कतार में लगे हैं।
ऐतिहासिक एलोरा विरासत अपनी विश्व प्रसिद्ध संख्या 16, ‘कैलाश गुफा’ ज्योतिर्लिंग के पास के लिए जानी जाती है।
बीड जिले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सोमवार की सुबह से ही जिले की परली तहसील में परली-वैजनाथ ज्योतिर्लिंग (देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक) के सामने लंबी कतारें देखी गईं।
ऐसा ही नजारा मराठवाड़ा के तीसरे ज्योतिर्लिंग ‘औंधा नागनाथ’, हिंगोली जिले की औंधा तहसील में देखने को मिला। शुभ त्योहार पर ‘शिवलिंगों’ की पूजा की गई और इस अवसर पर विशेष ‘पूजा’ और ‘अभिषेक’ किए गए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्र में चल रहे मराठा आरक्षण आंदोलन के मद्देनजर, पुलिस ने भक्तों की अतिरिक्त भीड़ से निपटने और इन सभी मंदिरों के परिसर में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए विभिन्न प्रकार की पुलिस तैनात करके विशेष सुरक्षा व्यवस्था की है।