सूडान में सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच संघर्ष में मरने वालों की संख्या 80 से अधिक हो गई है, जबकि 1,100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने यह जानकारी दी है।
डब्ल्यूएचओ ने रविवार को बताया कि गत 13 अप्रैल से खार्तूम प्रांत, दक्षिण कोर्डोफन, उत्तरी दारफुर, उत्तरी राज्य और अन्य क्षेत्रों में संघर्ष में 83 से अधिक लोग मारे गए हैं और 1126 अन्य घायल हुए हैं। सेना और आरएसएफ के बीच लड़ाई अब खार्तूम शहर में केंद्रित है और वहां के कई अस्पताल में रक्ताधान उपकरण और चिकित्सा संबंधी व्यवस्थाओं में की कमी की रिपोर्ट सामने आ रही हैं।
गौरतलब है कि सेना और आरएसएफ के बीच शनिवार को संघर्ष हुआ, जिसका केंद्र खार्तूम शहर है। सरकारी बलों ने आरएसएफ पर विद्रोह का आरोप लगाया और उनके ठिकानों पर हवाई हमले शुरू कर दिये। आरएसएफ ने खार्तूम में राष्ट्रपति भवन और मेरोवे में हवाई अड्डों पर नियंत्रण का दावा किया। राष्ट्रीय सेना ने राष्ट्रपति भवन पर आरएसएफ के नियंत्रण के दावों को सिरे से नकार दिया है।
उल्लेखनीय हे कि शनिवार देर रात सूडानी सशस्त्र बल के कमांडर-इन-चीफ अब्देल फत्ताह अल बुरहान ने आरएसएफ को भंग करने का फरमान जारी किया था।
आरएसएफ ने चार घंटे के लिए मानवीय गलियारे खोलने पर सहमति जताते हुए एक बयान जारी किया। सूडान में दोनों सशस्त्र बलों के बीच संघर्ष रविवार को भी जारी रहा। सूडानी सशस्त्र बलों ने कल शाम चार बजे से तीन घंटे के लिए मानवीय गलियारे खोलने के संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को सहमति दी।