मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश की उच्च शिक्षण संस्थान राष्ट्रीय स्तर पर नैक मूल्यांकन में बेहतर प्रदर्शन कर लगातार अपनी पहचान बना रहे हैं।
डॉ यदव ने कहा कि प्रदेश नई शिक्षा नीति को लागू करके गुणवत्ता उन्नयन की ओर पहल करने वाला देश का अग्रणी राज्य बन गया है। महाविद्यालयों की शिक्षण गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिये एवं देश के बेहतरीन महाविद्यालयों की सूची में शामिल करने के लिये लगातार हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। उच्च शिक्षा में गुणवत्ता के लिये केन्द्रीय स्तर पर स्थापित संस्थान नेशनल एसिसमेंट एण्ड एक्रीडिटेशन काउंसल (एनएएसी) के साथ राज्य स्तर पर भी स्टेट लेवल नेक सेल (एसएलएनसी) संचालित है।
मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य स्तर पर स्थापित संस्था का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार तथा शिक्षण संस्थानों में नैक ग्रेडिंग में वृद्धि करना है। वर्तमान में 120 महाविद्यालय में नैक प्रत्यायन की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि अधिकतर महाविद्यालयों द्वारा पूर्व में प्राप्त ग्रेड से बेहतर ग्रेड प्राप्त किये है और नये महाविद्यालय भी नैक प्रक्रिया में सम्मिलित किये गये हैं। डॉ. यादव ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर किये जा रहे नैक प्रत्यायन एवं एनआईआरएफ रैकिंग पर विशेष जोर देते हुए सभी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयों को लगातार बेहतर प्रदर्शन के लिये हर संभव सहयोग किया जा रहा है।