राहुल देव अभिनीत पंजाबी फिल्म ‘मस्ताने’ न्याय और स्वतंत्रता के रक्षकों के तौर पर सिखों की अनकही विरासत को दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेगी।
आगामी 25 अगस्त को देश भर के सिनेमाघरों में फिल्म हिन्दी और पंजाबी भाषा में रिलीज होगी। फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में नवाब नगरी लखनऊ पहुंचे फिल्म के पात्र तरसेम जस्सड़,गुरप्रीत घुग्गी और राहुल देव ने कहा कि “मस्ताने’ सिख समुदाय की अनकही विरासत को उजागर करती है, न्याय और स्वतंत्रता के रक्षकों के रूप में उनके इतिहास को गहराई से दर्शाती है।
उनका दावा था कि फिल्म ने रिलीज़ होने से पहले ही दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना ली है। यह फिल्म कहानी के ज़रिए इतिहास के कुछ ऐसे पन्ने पेश करती है जो सिखों के जज्बे की बेजोड़ तस्वीर पेश करते हैं।
तरसेम जस्सड़ ने कहा, “ ‘मस्ताने’ एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो मेरे दिल में एक विशेष स्थान रखता है, और मैं इसे सभी के साथ साझा करने के लिए उत्सुक हूँ। मुझे उम्मीद है कि दर्शक फिल्म को उसी उत्साह के साथ स्वीकार करेंगे जैसा हमने इसे बनाने में लगाया है।” गुरप्रीत घुग्गी ने कहा, “‘मस्ताने’ का हिस्सा बनना वास्तव में एक आनंदमय यात्रा रही है। यह फिल्म हमारे लिए सिर्फ एक प्रोजेक्ट नहीं है बल्कि यह इतिहास है जिसे हम दर्शकों के साथ साझा करने के लिए उत्सुक हैं।
राहुल देव ने कहा, ‘मस्ताने’ का हिस्सा बनना ना भूलने वाला अनुभव रहा है। फिल्म की कहानी, टीम के समर्पण के साथ मिलकर, इस फिल्म को अविश्वसनीय रूप से सम्पूर्ण बनाया है। यह सिर्फ फिल्म नहीं है; यह एक ऐसी इतिहास है जिसे दर्शकों को बताया जाना बहुत जरूरी है, और मैं इसका हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूँ।