- भाजपा ने कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर
- केके मिश्रा ने मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने के लिए जारी किया था कूटरचित वीडियो
- पहले झूठ का झुनझुना बजाना और पकड़े गए तो मुंह छिपाना कांग्रेसियों की आदत
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ ने सोशल मीडिया पर कूटरचित एवं भ्रामक ट्वीट करने पर कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। केके मिश्रा ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की छवि धूमिल करने के लिए कूटरचित ट्वीट किया था। इस फर्जी ट्वीट को लेकर जब सोशल मीडिया पर केके मिश्रा की फजीहत हुई, तो उन्होंने ट्वीट को डिलीट कर दिया। इसको लेकर विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक श्री अशोक विश्वकर्मा एवं सदस्य श्री राहुल श्रीवास्तव ने भोपाल के क्राइम ब्रांच थाने पहुंचकर दस्तावेजों के साथ लिखित में शिकायत की और केके मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस का कोरा झूठ एक बार फिर उजागर हुआ है। फेक न्यूज फैलाने में कांग्रेस फेक न्यूज की फैक्ट्री बन गई है।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री चतुर्वेदी ने बताया कि कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा द्वारा रविवार की सुबह अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (ट्विटर) पर एक फर्जी एवं कूटरचित वीडियो केबीसी का बताकर जारी किया। श्री मिश्रा ने साजिश के तहत मुख्यमंत्री को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास किया। जब सोशल मीडिया पर झूठे ट्वीट को लेकर उनकी फजीहत हुई तो उन्होंने फर्जी वीडियो को हटा दिया। इससे साफ है कि कांग्रेस झूठ की फैक्ट्री बन गई है। भारतीय जनता पार्टी के विधि प्रकोष्ठ ने क्राइम ब्रांच थाने में केके मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
चुनाव में मिलने वाली करारी हार से हताश हैं कांग्रेसी, ले रहे झूठ का सहारा
प्रदेश प्रवक्ता श्री पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि चुनाव में मिलने वाली करारी हार से कांग्रेस हताश और निराश है इसलिए कांग्रेस नेता लगातार झूठ एवं अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं। ऐसा पहली बार नहीं है कि जब कांग्रेस ने इरादतन फेक न्यूज फैलाई है, सुनियोजित तरीके से कांग्रेस अफवाह और झूठ फैलाती रही है। उन्होंने कहा कि पहले भी एक चैनल के नाम से फर्जी ओपिनियन पोल साझा करते हुए दिग्विजय सिंह जीत का दावा कर रहे थे, बाद में उस चैनल ने ही उनके झूठ को उजागर कर दिया था। खरगोन दंगे के समय भी कहीं और की मस्जिद को खरगोन की बताकर मिस्टर बंटाधार ने ट्वीट किया था और बाद में ट्वीट डिलीट करके भाग गए। इसी तरह पाकिस्तान की सड़क को भोपाल की सड़क बताकर करप्शन का आरोप लगाया था, बाद में वो ट्वीट भी डिलीट किया। दिग्विजय सिंह ने दमोह जिले के प्रसिद्ध जैन तीर्थ कुंडलपुर को लेकर फर्जी ट्वीट किया था, इसके लिए उनपर मुकदमा भी दर्ज हुआ। इसी तरह एक भ्रष्टाचार को लेकर एक फर्जी चिट्टी का फर्जीवाड़ा किया था, जिसकी पोल खुल गई। दिग्विजय सिंह और उनके चेले जानबूझकर प्रदेश का माहौल खराब करना चाहते हैं, लेकिन प्रदेश की जनता इनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगी।
कांग्रेस का झूठ तंत्र उसे गर्त में ले जाएगा
प्रदेश प्रवक्ता श्री चतुर्वेदी ने कहा कि दिग्विजय सिंह व कांग्रेस नेता कभी गलत सर्वे दिखाते हैं तो कभी प्रदेश में अराजकता की स्थिति बनें इसके लिए भड़काऊ पोस्ट करते हैं। भाजपा सरकार को बदनाम करने के लिए कांग्रेस सोशल मीडिया पर रोज झूठ और अफवाह फैलाती है और पोल खुलने पर तुरंत अपना ट्वीट डिलीट कर देती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ और अफवाह के सहारे मध्यप्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन मध्यप्रदेश में उनका यह झूठ चलने वाला नहीं है। लोकतंत्र में कांग्रेस का झूठ तंत्र उसे गर्त में ले जाएगा।