विश्व बैंक ने बुधवार को कहा कि उन्होंने ओडिशा को आपदा संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए बेहतर सुविधा के वास्ते मदद के रूप में 10 करोड़ डॉलर के ऋण को मंजूरी दी है।
इस राशि के जरिये ओडिशा की डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रारंभिक पूर्वानुमान प्रणाली को भी मजबूत बनाया जा सकेगा।
बहुपक्षीय एजेंसी ने अपने एक बयान में कहा कि राज्य में औसतन हर 15 महीने में चक्रवात आते हैं, जिसके कारण यहां के लोग कई रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं और अपना जीवनयापन करने में कई मुश्किलों का सामना भी करते हैं।
एजेंसी ने बताया कि ओडिशा राज्य क्षमता और लचीला विकास कार्यक्रम एक बहु-जोखिम डिजिटल चेतावनी प्रणाली के माध्यम से प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करेगा। साथ ही बेहतर लचीलापन योजना के लिए राज्य के डेटा संग्रह प्रयासों को मजबूत करेगा।
विश्व बैंक ने कहा कि कार्यक्रम ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म (मो-सेवा केंद्र) के माध्यम से सहायता प्राप्त करने वाले तटीय और कम सेवा वाले समुदायों के साथ नकद हस्तांतरण कार्यक्रम के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा कवरेज को भी बढ़ाएगा।
भारत के लिए विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर अगस्टे तानो कौमे ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्य को मौजूदा सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों को बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे, कमजोर परिवारों को आपदा की घड़ी से समयपूर्वक बचाकर, सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
श्री कौमे ने आगे कहा,“प्रस्तावित अनुबंध पिछले एक दशक में राज्य को विश्व बैंक द्वारा प्रदान की गई तकनीकी सहायता के व्यापक कार्यक्रम के निर्माण के दौरान ओडिशा सरकार द्वारा पहचानी गई सुधार प्राथमिकताओं का पूरक है।”
नया कार्यक्रम डिजिटल सामाजिक सेवा वितरण प्रणाली को बढ़ाने के लिए राज्य के प्रयासों का समर्थन करेगा।