इस वर्ष फरवरी में लोगों के अनुरोध पर 1.97 करोड़ से अधिक मोबाइल नंबरों को आधार से जोड़ा गया जो पिछले महीने की तुलना में 93 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के अनुसार, निवासियों के आवेदन के बाद 56.7 लाख मोबाइल नंबर जोड़े गए थे, लेकिन फरवरी में इस संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। यूआईडीएआई कल्याणकारी सेवाओं का लाभ उठाने और स्वैच्छिक सेवाओं तक पहुंचने के दौरान बेहतर और प्रभावी संचार के लिए निवासियों को अपने आधार को मोबाइल नंबर से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
आधार को मोबाइल से जोड़ने में हुई यह वृद्धि यूआईडीएआई के निरंतर प्रोत्साहन, सुविधा और विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाने के लिए अपने मोबाइल नंबर को अपडेट रखने की निवासियों की इच्छा का संकेत देती है। आधार के उपयोग के लिए लगभग 1700 केंद्रीय और राज्य समाज कल्याण प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) और सुशासन योजनाओं को अधिसूचित किया गया है।
भारत के विभिन्न क्षेत्रों में आधार को अपनाने और उसके उपयोग के बारे में वृद्धि दर्ज हो रही है। अकेले फरवरी महीने में ही 226.29 करोड़ आधार प्रमाणीकरण लेनदेन निष्पादित किए गए हैं, जो जनवरी की तुलना में 13 प्रतिशत से अधिक वृद्धि को दर्शाते हैं। जनवरी में इस तरह के 199.62 करोड़ लेनदेन किए गए थे।
फरवरी 2023 के अंत तक कुल मिलाकर 9,255.57 करोड़ आधार प्रमाणीकरण लेनदेन किए गए हैं। अधिकांश प्रमाणीकरण लेनदेन संख्या फिंगरप्रिंट का उपयोग करके किए गए थे, इसके बाद जनसांख्यिकीय और ओटीपी का उपयोग रहा है।