नर्सरी के औषधीय पौधे आकर्षण का केन्द्र
अंतर्राष्ट्रीय वन मेला-2024 में वनोपज एवं हर्बल उत्पाद की अभी तक 10 लाख से अधिक की बिक्री हुई है। आगंतुकों के लिये नर्सरी के औषधीय पौधे आकर्षण का केन्द्र रहे। वन मेले की लोकप्रियता से राजधानी ही नहीं वरन् आसपास के जिलों से लोग मेले में आ रहे हैं। मेले में स्थापित ओपीडी में बड़ी संख्या में आगंतुकों ने नि:शुल्क चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया। आयुर्वेदिक चिकित्सकों और अनुभवी वैद्यों ने नि:शुल्क सेवाएं दी।
अंतर्राष्ट्रीय वन मेले में लघु वनोपज, प्रसंस्करण एवं अनुसंधान केन्द्र के विन्ध्य हर्बल ब्राण्ड उत्पादों जैसे शहद, च्यवनप्राश एवं त्रिकुट को उनके प्रभावी असर एवं गुणवत्ता की वजह से काफी सराहा जा रहा है। प्रधानमंत्री वन-धन योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश एवं अन्य राज्यों में संचालित वन धन केन्द्रों के उत्पादों की मेले में बिक्री के प्रति लोगों का बहुत रूझान रहा। इन उत्पादों में महुए एवं देशी मोटे अनाज (मिलेट्स) के प्रति बढ़ती लोकप्रियता ने देशी महुए के लड्डू, अचार, महुआ कुकीज, कोदो-कुटकी, अलसी लडडू, तिल लडडू, देशी मक्का कुकीज, आंवला पाचक ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। आगंतुकों ने बड़ी उत्सुकता के साथ इन उत्पादों को खरीदा।
अंतर्राष्ट्रीय मेले में वनांचलों के ऐलोवेरा से निर्मित साबुन, शैम्पू, हैण्डवॉश, जैल, आंवला अचार, शतावर अचार, जंगली शहद उत्पादों को लोगों ने काफी पसंद किया। विभिन्न जिलों से शामिल प्राथमिक वनोपज समितियों के उत्पाद, जंगली जड़ी-बूटियां और मध्यप्रदेश राज्य बम्बू मिशन के उत्पादों के प्रति लोगों का आकर्षण रहा।
मेला प्रांगण में सुबह 11 बजे से रात्रि 10 बजे तक रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता में लगभग 15 विद्यालय के 170 से भी अधिक छात्र-छात्राओं ने पर्यावरण वन सुरक्षा एवं ईको फ्रेंडली आधारित विषयों पर चित्रांकन कर अदभुत कला का प्रदर्शन किया। मेले में आयोजित आर्केस्टा में कैलाश यादव एवं सम्राट संगीत साधना द्वारा दी गयी प्रस्तुति ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संध्या कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण रही सुप्रसिद्ध लोकगीत एवं भजन गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी द्वारा क्षेत्रीय बोली में लोक गीत एवं भजन की प्रस्तुति का श्रोताओं ने भरपूर आनंद लिया।
19 दिसम्बर के कार्यक्रम
अंतर्राष्ट्रीय वन मेले में 19 दिसम्बर को लघु वनोपज संघ द्वारा “लघु वनोपज से महिला सशक्तिकरण” की थीम पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ होगा। कार्यशाला में लघु वनोपज क्षेत्र में कार्यरत देश के ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक, अनुसंधानकर्ताओं और आस्ट्रेलिया, नेपाल, श्रीलंका, यूएसए के विशेषज्ञ भी भाग लेंगे। कार्यशाला का शुभारंभ अपर मुख्य सचिव वन श्री अशोक बर्णवाल करेंगे।
प्रात: 10 बजे से दोपहर 4 बजे तक इंस्ट्रुमेंटल म्यूजिक प्रतियोगिता जिसमें विद्यालयों के छात्र-छात्रा शामिल होंगे। सायं 4 बजे से 5 बजे तक कबीर भजन गायक श्री दिनेश कुमार धौलपुरे की प्रस्तुति, शाम 5 बजे से तिरूपा इंडस्ट्रीज द्वारा आर्केस्ट्रा, शाम 7.30 बजे से हास्य कलाकार एहसान कुरैशी की प्रस्तुति दी जायेगी।