14 स्टेशनों पर 33 ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें स्थापित, 05 स्टेशनों पर पार्सल कार्यालयों में भी QR कोड उपलब्ध
भोपाल। मंडल रेल प्रबंधक श्री देवाशीष त्रिपाठी के मार्गदर्शन में डिजिटल इंडिया अभियान को बढ़ावा देते हुए और यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता में रखते हुए, भोपाल मंडल ने रेलवे टिकट विंडो पर क्यूआर कोड डिस्प्ले मशीन की सुविधा का विस्तार किया है। पारदर्शी और सुरक्षित डिजिटल लेन-देन के माध्यम से यात्रियों को न केवल समय की बचत हो रही है, बल्कि उन्हें खुल्ले पैसे रखने की समस्या से भी छुटकारा मिल रहा है।
वर्तमान में मंडल के 119 टिकट काउंटरों (69 जनरल टिकट काउंटर, 21 आरक्षण-कम-जनरल टिकट काउंटर और 29 आरक्षण काउंटर) पर क्यूआर कोड डिस्प्ले की सुविधा उपलब्ध है। यह सुविधा यात्रियों को डिजिटल लेन-देन के जरिए तेज़ और सरल भुगतान का अनुभव प्रदान करती है। क्यूआर कोड स्कैन कर यात्री बिना किसी झंझट के अपनी टिकट राशि का भुगतान कर सकते हैं।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने बताया कि “डिजिटल भुगतान की यह सुविधा यात्रियों के लिए अतिरिक्त विकल्प के रूप में बेहद उपयोगी साबित हो रही है। इससे नकद लेन-देन का विकल्प मिलता है और यात्रियों को कतारों में कम समय लगाना पड़ता है।”
भोपाल मंडल ने 14 स्टेशनों पर 33 ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें स्थापित की हैं, जो विशेष रूप से जनरल टिकट के लिए डिज़ाइन की गई हैं। ये मशीनें यात्रियों को बिना किसी परेशानी के टिकट प्राप्त करने की सुविधा देती हैं जिनसे यात्री स्वयं अपन टिकट बुक कर सकता है| साथ ही, जनरल टिकट के लिए यूटीएस मोबाइल ऐप का इस्तेमाल यात्रियों को कतार में खड़े हुए बिना ऑनलाइन टिकट बुक करने का एक और सरल विकल्प प्रदान करता है।
इसके अतिरिक्त, मंडल के 5 प्रमुख स्टेशनों के पार्सल कार्यालयों में भी क्यूआर कोड की सुविधा दी गई है, जिससे पार्सल बुकिंग और भुगतान प्रक्रिया भी सरल और सुविधाजनक बन गई है।
भोपाल मंडल का यह कदम यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत है और डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देकर ‘कैशलेस इकोनॉमी’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान है।