भोपाल: 01 अक्टूबर 2024
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्यातिथ्य में 2 अक्टूबर, गांधी जयंती के अवसर पर कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर भोपाल में आयोजित स्वच्छता दिवस कार्यक्रम से भोपाल शहर की स्वच्छता, पर्यावरण सुरक्षा एवं स्वच्छता सेवाओं के विस्तार के लिये 43 करोड़ 39 लाख रुपये लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जाएगा।
प्रमुख योजनाएँ और उनके लाभ
- नवीन गारबेज ट्रांसफर स्टेशनो का निर्माण
- 3 स्थानों पर 17 करोड़ 74 लाख रुपये की लागत से नए ट्रांसफर स्टेशन बनाए गए हैं। इससे शहर में कचरा प्रबंधन की व्यवस्था में सुधार होगा और शहर की स्वच्छता में बढ़ोतरी होगी।
- नवीन CNG डोर-टू-डोर वाहनों का वितरण
- 125 CNG वाहन 8 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से क्रय किये गये है। ये वाहन घर-घर कचरा इकट्ठा करने के लिए उपयोग में लाए जाएंगे, जिससे प्रदूषण कम होगा और साफ-सफाई में सुधार होगा।
- रोड स्वीपिंग मशीनों का क्रय और लोकार्पण
- 6 रोड स्वीपिंग मशीनों की खरीद की गई है, जिनमें से 1 का लोकार्पण किया जाएगा। 3 करोड़ 90 लाख रुपये की लागत से शहर की सड़कों की स्वचालित सफाई संभव होगी, जिससे नागरिकों को स्वच्छ वातावरण मिलेगा।
- 6 नये हुकलोडर का लोकार्पण
- 4 करोड़ 10 लाख रुपये की लागत से 6 हुकलोडर मशीनें जनता की सेवा में समर्पित की जाएंगी। इनसे कचरा प्रबंधन और ट्रांसपोर्टेशन की दक्षता में वृद्धि होगी।
- रेंडरिंग प्लांट (PPP मोड)
- आदमपुर में PPP मोड के तहत 5 करोड़ रुपये की लागत से रेंडरिंग प्लांट स्थापित किया गया है। यह पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
- प्लास्टिक वेस्ट प्लांट (PPP मोड)
- आदमपुर में 3 करोड़ 20 लाख रुपये की लागत से प्लास्टिक कचरे के निपटान के लिए प्लांट स्थापित किया गया है। इससे शहर में प्लास्टिक कचरे को प्रबंधित करने में मदद मिलेगी।
- कोकोनट प्लांट (PPP मोड)
- दानापानी में 20 लाख रुपये की लागत से कोकोनट प्लांट की स्थापना की गई है, जो कचरे के पुन: उपयोग को बढ़ावा देगा।
- RRR ऑन व्हील
- एक RRR (Reduce, Reuse, Recycle) ऑन व्हील यूनिट का लोकार्पण किया जा रहा है, जो कचरे के पुन: उपयोग और रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देगा।
- श्रेडर मशीन और लिटर पिकिंग मशीन का वितरण
- CSR के तहत 2 श्रेडर मशीनें और 1 लिटर पिकिंग मशीन प्रदान की गई हैं, जिनकी लागत 27 लाख रुपये है। इससे सफाई कार्यों में और अधिक स्वचालन आएगा।
- सार्वजनिक शौचालय का निर्माण
- 1 स्थान पर 23 लाख रुपये की लागत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया गया है। इससे स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, विशेषकर सार्वजनिक स्थानों पर।
- कबाड़ से गौशाला निर्माण का भूमिपूजन
- अनुपयोगी सामग्री से गौशाला का निर्माण किया गया है, जो एक अभिनव और पर्यावरण के अनुकूल पहल है। यह सामाजिक और पर्यावरणीय दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। इसी के साथ 26 पात्र आवेदकों को अनुकंपा नियुक्ति पत्र भी प्रदान किये जायेंगे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदान की जाने वाली इन सौगातों का उद्देश्य शहर को स्वच्छ, हरित और स्मार्ट बनाना है। इन योजनाओं से न केवल नगर की सफाई व्यवस्था में और अधिक सुधार होगा, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता और शहर के समग्र विकास को भी बल मिलेगा।