छात्रावासों में 9 सितंबर तक चलेंगी डेंगू नियंत्रण के लिए गतिविधियां

पूरी बाह के कपड़े जरूर पहने शरीर को ढक कर रखे जिससे मच्छर नही काटे

लार्वा सर्वे एवं जागरूकता बहुत जरूरी

भोपाल: 25 अगस्त 2024

    मौसम में बदलाब के कारण रुक रुक कर बारिश हो रही है ऐसे में लारवा पनपने की संभावना ज्यादा रहती है इसी क्रम में राष्ट्रीय वाहक जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत डेंगू नियंत्रण के लिए शहर में नियमित रूप से जनजागरुकता गतिविधियां आयोजित की जा रही है। 

इसी क्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी के निर्देशन में एवं जिला मलेरिया अधिकारी श्री अखिलेश दुबे के मार्गदर्शन में जिला स्वास्थ्य समिति भोपाल द्वारा शहर के छात्रावास, विद्यालय में हॉस्टल अधीक्षक एवं शिक्षकों के सहयोग से मच्छर जनित रोगों के उन्मूलन के लिए डेंगू मलेरिया को लेकर जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किए जा रहे है जिसमें सभी बच्चों सहित विद्यालय के हॉस्टल अधीक्षकों एवं शिक्षकों द्वारा भाग लिया गया।

इस दौरान बच्चो से कहा कि डेंगू का मच्छर दिन के समय मे काटता है अतः ज्यादा जरूरत है कि हम दिन में मच्छर से बचे। साथ ही बताया कि आसपास जल संग्रह ना होने दे और घर मे रखे हुए पानी की नियमित निकाशी करे, हर हफ्ते घर मे रखे हुये पानी को बदलते रहना चाहिए, छत पर रखी पानी की टंकियों को ढककर रखें जिससे की हम मलेरिया एवं डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों से बचे। साथ- साथ डेंगू एवं मलेरिया के कारण, लक्षण एवं बचाव के बारे में जाना। मलेरिया टीम द्वारा विद्यालय, छात्रावास के विधार्थियों से कहा कि नियमित साफ- सफाई रखना है, डेंगू का लार्वा नही पनपने देना है, फ्रिज का ट्रे जरूर साफ करना है, कूलर को साफ करके सुखाकर रखे। डेंगू मच्छर के लार्वा के अंडे 1 साल तक बिना पानी के नमी वाले स्थानों पर जीवित रह सकते है एवं पुनः पानी के संपर्क में आने पर लार्वा में परिवर्तित हो जाते है। इस दौरान मलेरिया टीम द्वारा अन्य क्षेत्रो मे भ्रमण कर लार्वा सर्वे किया एवं लोगों को मॉड्यूल के माध्यम से डेंगू एवं मलेरिया के बारे में समझाया। साथ ही लोगों ने खुद प्रेरित होकर अपने घरों से सात दिवस से अधिक दिन का पानी खाली किया। नियमित रूप से सभी जोन में नगर निगम, मलेरिया एवं एंबेड टीम द्वारा नियमित गतिविधियां आयोजित की गई है। सभी उपस्थित छात्रों से कहा कि डेंगू का मच्छर प्रायः दिन में काटता है। अतः मच्छररोधी साधन लगाए एवम अपने शरीर को ढक कर रखे, फुल आस्तीन के कपड़े जरूर पहने। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करे। यह अभियान 9 सितंबर तक नियमित रूप से जारी रहेगा।

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