सभी औषधियों उपलब्ध रहें, सक्षम अनुमति के बिना अधिकारी – कर्मचारी मुख्यालय न छोड़ें।
बारिश के मौसम में स्वास्थ्य संस्थाओं के रखरखाव और पानी के भराव के कारण जल जनित मौसमी बीमारियों के नियंत्रण के लिए सी एम एच ओ द्वारा स्वास्थ्य अधिकारियों और नोडल ऑफिसर्स की बैठक ली गई। बैठक में सभी कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी एवं प्रबंधन इकाई के सदस्य सम्मिलित हुए।
बैठक में निर्देशित किया गया कि सागर जिले के शाहपुर में हुई दुखद घटना को देखते हुए सभी स्वास्थ्यकर्मी मुख्यालय पर ही रहना सुनिश्चित करें, जिससे अप्रिय स्थिति में तुरंत उपचार मिल सके। सभी अधिकारी स्वास्थ्य संस्थाओं के भ्रमण के दौरान सीपेज की स्थिति की जांच करें । छत पर पानी इकट्ठा होने के कारण सीपेज की स्थिति ना बने इसके लिए स्वास्थ्य संस्थाओं की छतों एवं आउटलेट की सफाई नियमित रूप से की जाए। आवश्यक होने पर वॉटरप्रूफिंग और बारिश के पानी को संधारित करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग की जावे ।
सीएमएचओ ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य संस्थाओं में आवश्यक औषधियों की उपलब्धता, वैक्टर बोर्न बीमारियों की आशंका वाले क्षेत्रों का चिन्हांकन, अस्पतालों में बिस्तरों और उपकरणों की स्थिति का आंकलन कर तुरंत सुधारात्मक कार्य किए जाएं। इस मौसम में सर्प दंश की संभावना को देखते हुए एंटी स्नेक वीनम की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। यदि रोगी को आपातकालीन स्थितियों में रेफर किया जाना आवश्यक हो तो उपचार देकर ही भेजा जाए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि बारिश के मौसम में स्वास्थ्य संस्थाओं के रखरखाव की मॉनिटरिंग विशेष रूप से की जा रही है। मौसमी बीमारियों के उपचार की सभी व्यवस्थाएं स्वास्थ्य संस्थाओं में सुनिश्चित की गई हैं। संक्रामक रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु विभागीय मैदानी अमले का उन्मुखीकरण भी किया जा रहा है।