एनआईटीटीटीआर भोपाल द्वारा भारतीय ज्ञान परम्परा पर ऑनलाइन कोर्स स्टार्ट किया है। यह मैसिव ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रम स्वयं पोर्टल पर उपलब्ध है। निटर भोपाल द्वारा सेल्फ लर्निंग मोड में कई कोर्सेस का निर्माण किया गया है जो स्वयं पोर्टल पर काफी लोकप्रिय एवं टीचर्स के लिए उपयोगी रहे हैं। निटर भोपाल के निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी ने बताया कि धर्म, दर्शन, विज्ञान, वास्तु, ज्योतिष, खगोल, स्थापत्य कला, नृत्य कला, संगीत कला, आदि सभी तरह के ज्ञान का जन्म भारत में हुआ है ऐसा कहने में कोई गुरेज नही, क्योंकि इसके हजारों प्रमाण मौजूद हैं| भारत को हमेशा से ही वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राष्ट्र की मान्यता प्राप्त रही है, जिसमें ज्ञान प्रणालियों और बौद्धिक उपलब्धियों का एक लंबा इतिहास है।
कला, विज्ञान, गणित और ऐसे अनगिनित क्षेत्र हैं जिनमे भारतीय योगदान अनुपम है| इस तरह के प्रोग्राम से आज की युवा पीढ़ी एवं टीचर्स भी हमारी समृद्ध भारतीय वैज्ञानिक परम्परा को पहचान कर उस पर गर्व कर सकेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP 2020 में इस बात पर बल दिया गया है कि भारतीय ज्ञान परम्परा को शिक्षा के सभी स्तरों के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाये। इस कोर्स की कोर्डिनेटर डॉ रोली प्रधान है एवं को-कोर्डिनेटर प्रो आर के दीक्षित हैं। निटर भोपाल द्वारा अभी तक लगभग 18 मूक्स कोर्सेस का निर्माण किया गया है जिसके माध्यम से लगभग 2 लाख टीचर्स ने लाभ प्राप्त किया है। सभी कोर्सेस में 15 जुलाई से 31 अगस्त तक स्वयं पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।