वर्षा की बूंदों ने किया बिलासपुर को तरोताजा

वर्षा के थमने के बाद भी, शहर में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो रही है, जो मौसम को और भी खुशनुमा बना रही है। हल्की हवा के साथ मिलकर यह बूंदाबांदी लोगों को ताजगी का अहसास करा रही है। शहर के लोग इस बदलते मौसम का पूरा आनंद ले रहे हैं।न्यायधानी में एक जुलाई को हुई हल्की वर्षा ने शहर के मौसम को बदल कर रख दिया है। बारिश की इन नन्ही बूंदों ने न केवल तापमान में गिरावट लाई है, बल्कि पूरे शहर को एक नया रूप दिया है। दो दिन से बादल छाए हुए हैं, जिससे मौसम में ठंडकता बनी हुई है। मानों शहर तरोताजा हो गया हो।वर्षा के थमने के बाद भी, शहर में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो रही है, जो मौसम को और भी खुशनुमा बना रही है। हल्की हवा के साथ मिलकर यह बूंदाबांदी लोगों को ताजगी का अहसास करा रही है। शहर के लोग इस बदलते मौसम का पूरा आनंद ले रहे हैं। बिलासपुर का यह नया मौसम न केवल आरामदायक है, बल्कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता को भी और निखार रहा है। पेड़-पौधे हरे-भरे हो गए हैं और सड़कों पर चलने का अनुभव भी अब पहले से अधिक सुखद हो गया है। यह मौसम किसानों के लिए भी फायदेमंद साबित हो रहा है, क्योंकि यह नमी उनकी फसलों के लिए आवश्यक है। कुल मिलाकर बिलासपुर में हो रही यह हल्की बारिश और बूंदाबांदी एक नई ऊर्जा का संचार कर रही है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर फिरोजपुर, रोहतक, लखनऊ, बलिया, पूर्णिया और उसके बाद पूर्व की ओर मणिपुर तक स्थित है। एक द्रोणिका उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश से मणिपुर तक उत्तर छत्तीसगढ़ होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।

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