भोपाल, मध्यप्रदेश की पांच सीटों पर राज्यसभा चुनाव के लिए आज दोनों ही दलों भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की ओर से अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा ने जहां एक ओर दोनों ही दलों के दिग्गजों के राज्यसभा में जाने की अटकलों पर विराम लगा दिया है, वहीं दोनों ही दलों के अप्रत्याशित नामों ने सभी को चौंका दिया है।
भाजपा की ओर से आज सुबह अपने चारों राज्यसभा प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने डॉ एल मुरुगन, उमेश नाथ महाराज, श्रीमती माया नारोलिया और बंसीलाल गुर्जर को प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं शाम होते-होते कांग्रेस ने भी अपने पत्ते खोलतेे हुए पार्टी की प्रदेश इकाई के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह के नाम पर राज्यसभा प्रत्याशी के तौर पर मुहर लगा दी।
भाजपा प्रत्याशी श्री मुरुगन पेशे से वकील हैं। तमिलनाडु निवासी श्री मुरुगन इसके पहले भी पार्टी के राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। उन्हें पार्टी ने मध्यप्रदेश से दूसरी बार प्रत्याशी बनाया है। नर्मदापुरम निवासी श्रीमती माया नारोलिया वर्तमान में पार्टी के महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं।
पार्टी के तीसरे राज्यसभा प्रत्याशी श्री बंसीलाल गुर्जर की प्रदेश के बड़े किसान नेता के रूप में पहचान है। मंदसौर निवासी श्री गुर्जर पार्टी के किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
भाजपा की आज की सूची में जो नाम सबसे अप्रत्याशित है, वह उज्जैन निवासी उमेश नाथ महाराज का है। वाल्मीकि समाज से आने वाले श्री उमेश नाथ महाराज श्री क्षेत्र वाल्मीकि धाम आश्रम के पीठाधीश्वर हैं। रतलाम जिले से आने वाले श्री उमेश नाथ ने दर्शन शास्त्र में एमए किया है।
वहीं कांग्रेस के एकमात्र प्रत्याशी श्री अशोक सिंह मध्यप्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष हैं। ग्वालियर के रहने वाले श्री सिंह तीन बार लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी रह चुके हैं। पार्टी ने इस बार उन्हें राज्यसभा के रास्ते संसद पहुंचाने की तैयारी की है।
कांग्रेस की ओर से अपने एकमात्र राज्यसभा प्रत्याशी के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ का नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में था। इसके साथ ही पार्टी के ओबीसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव एवं पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल भी इस दौड़ में आगे माने जा रहे थे। हालांकि आज की इस घोषणा के बाद अब सभी अटकलों पर विराम लग गया है।
मध्यप्रदेश से राज्यसभा की पांच सीटों पर चुनाव के लिए नामांकनपत्र दाखिले का कार्य गुरुवार को समाप्त हो जाएगा।
निर्वाचन आयोग के अनुसार नामांकनपत्र दाखिले का कार्य आठ फरवरी को चुनाव संबंधी अधिसूचना जारी होने के साथ प्रारंभ हुआ है, हालाकि आज तक एक भी नामांकनपत्र पेश नहीं हुआ है। गुरुवार 15 फरवरी को नामांकनपत्र दाखिले का कार्य संपन्न होने के बाद अगले दिन 16 फरवरी को नामांकनपत्रों की जांच की जाएगी। प्रत्याशियों की ओर से नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 20 फरवरी रखी गयी है। आवश्यक हुआ तो मतदान 27 फरवरी को सुबह नौ बजे से अपरान्ह चार बजे तक कराया जाएगा और मतगणना भी उसी दिन शाम को होगी।
राज्य विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या के आधार पर चार सीट भाजपा के खाते में जाना तय माना जा रहा है। एक अन्य सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के विजयी होने की संभावना है। दो सौ तीस सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 163 और कांग्रेस के 66 विधायक हैं। एक अन्य विधायक कमलेश डोडियार सैलाना विधानसभा सीट से भारत आदिवासी पार्टी के बैनर तले चुनाव जीते हैं।
मध्यप्रदेश से भाजपा नेता एवं राज्यसभा सांसद अजयप्रताप सिंह, कैलाश सोनी, धर्मेंद्र प्रधान और डॉ एल मुरुगन का कार्यकाल आगामी 02 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। इसके अलावा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल भी अपना कार्यकाल 02 अप्रैल को पूरा कर लेंगे।