कोलकाता, 11 दिसंबर (वार्ता) पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी के खिलाफ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से शिकायत की है और उन पर फोटो मतदाता सूची के सारांश पुनरीक्षण के दौरान उनके कर्तव्यों पर प्रतिकूल प्रभाव डालने के लिए ”दुआरे सरकार” शिविरों में कई ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर के अधिकारियों को ”दुर्भावनापूर्ण” तरीके से शामिल करने का आरोप लगाया गया।
श्री अधिकारी ने सोमवार को एक्स पर कहा, ”मैंने ‘दुआरे सरकार’ शिविरों में कई ब्लॉक स्तर और ग्राम पंचायत स्तर के अधिकारियों को दुर्भावनापूर्ण रूप से शामिल करने और फोटोयुक्त मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान उनके कर्तव्यों पर प्रतिकूल प्रभाव डालने के लिए पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव के खिलाफ भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त; चुनाव आयोग से शिकायत की है।”
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव, 2024 के लिए अर्हता तिथि के रूप में 01 जनवरी 2024 के संदर्भ में फोटोयुक्त मतदाता सूची के विशेष सारांश पुनरीक्षण का कार्यक्रम मुख्य निर्वाचन अधिकारी, पश्चिम बंगाल द्वारा पहले प्रकाशित किया गया था। मुख्य सचिव ने हालांकि बाद में एक आदेश पारित किया कि ”दुआरे सरकार” 15 दिसंबर 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक आयोजित की जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि फोटोयुक्त मतदाता सूची के लोकसभा पूर्व सारांश पुनरीक्षण के निपटान के लिए उक्त कार्यक्रम को प्रभावित करने का यह पश्चिम बंगाल सरकार का एक भयावह प्रयास है।
श्री अधिकारी ने कहा कि कहने की जरुरत नहीं है कि यह अधिकारियों को निष्क्रिय रखने का जानबूझकर किया गया तरीका है।
जांगिड़ अशोक
वार्ता