छतरपुर, मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के खजुराहो क्षेत्र में कांग्रेस नेता विक्रम सिंह उर्फ नाती राजा के सहयोगी सलमान की कथित हत्या के विरोध में आज वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सक्रिय हो गए। उन्होंने मृत सलमान के परिजनों से मुलाकात के बाद खजुराहो थाने के पास धरना भी दिया।
राज्यसभा सांसद सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर इस संबंध में एक पोस्ट भी की हैं। दरअसल मतदान के एक दिन पहले गुरुवार की रात्रि में खजुराहो थाना क्षेत्र के चंद्रनगर टोरिया इलाके में राजनगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह उर्फ नाती राजा का अपने समर्थकों की मौजूदगी में भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया और उनके समर्थकों से विवाद हो गया था। इसी दौरान नाती राजा के सहयोगी सलमान की चारपहिया वाहनों से दबकर मौत हो गयी। इस मामले में नाती राजा की शिकायत पर खजुराहो थाने में शुक्रवार को पटेरिया और उनके समर्थकों के खिलाफ हत्या और विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए यह मामला उठाया और अपनी घोषणा के अनुरूप वे आज सलमान के परिजनों से मिलने छतरपुर जिले में उसके निवास पर पहुंचे। सिंह ने लिखा है कि सलमान कांग्रेस का समर्पित कार्यकर्ता था और उसकी शहादत को कांग्रेस भुला नहीं पाएगी। उन्होंने लिखा है, ‘हम उसके परिवार को गोद लेकर पूरी मदद करेंगे।’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सलमान की हत्या की गयी है और दोषियों में भाजपा का उम्मीदवार अरविंद पटेरिया भी शामिल है। लेकिन छतरपुर पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।
सिंह दिन में सलमान के परिवार से मिलने के बाद खजुराहो थाने के पास पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए। सिंह ने सोशल मीडिया पर देर रात लिखा कि सलमान के पार्थिव शरीर के साथ छतरपुर के तीनों कांग्रेस प्रत्याशी और हजारों कार्यकर्ता खजुराहो थाने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि पुलिस निवेदन करने के बावजूद आरोपियों की कारें जब्त नहीं कर रही है। सलमान के पीड़ित परिजन सलमान के पार्थिव शरीर को बिना कार्रवाई दफनाने तैयार नहीं है। उन्होंने प्रदेश के सभी कार्यकर्ताओं से इस अत्याचार के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि चंद दिनों के लिए बची भाजपा शासित सरकार को मजबूर करें कि वे हमारे कार्यकर्ता के साथ इंसाफ करें।
सिंह रात्रि 11 बजे तक धरने पर बैठे थे और उनका कहना है कि जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, उनका धरना जारी रहेगा।