मुंबई, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले ने गुरुवार को मांग किया कि राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्य में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के सत्ता लोभ के कारण राज्य में राजनीतिक माहौल बहुत गंदा हो चुका है और शासन एवं प्रशासन ठप्प हो चुका है।
उन्होंने शिवसेना-शिंदे समूह के विधायकों की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया कि राज्य में राजनीतिक स्थिति ‘अलीबाबा और 40 चोर’ की कहानी जैसे हो गई है, जो सरकारी खजाना लूट रहे हैं।
उन्होंने राज्य में चल रहे राजनीतिक ड्रामे के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दोषी ठहराते हुए आरोप लगाया कि भाजपा महाराष्ट्र की छवि को धूमिल करने के लिए जानबूझकर तमाशा कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि छत्रपति शाहू महराज, ज्योतिबा फुले, डॉ. बी आर अंबेडकर जैसे प्रगतिशील विचारकों की विरासत वाला राज्य आज बर्बाद हो चुका है। एमपीसीसी प्रमुख ने कहा कि राज्य सरकार अस्थिर है और संकेत दिया कि यह सरकार गिर सकती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई का डर दिखाकर विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है। एमपीसीसी प्रमुख ने कहा कि राज्य के कई हिस्सों में अभी तक बुवाई नहीं हुई है और कुछ क्षेत्रों में फसल खराब होने का संकट उत्पन्न हो चुका है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में घोषणा करने के बावजूद किसानों को अभी तक कोई मदद नहीं मिली है और उन्होंने कृषि मंत्री पर सर्वेक्षण करने के लिए फर्जी लोगों भेजने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं, महंगाई और बेरोजगारी भी बढ़ रही है, लेकिन सत्तारूढ़ गठबंधन आम मुद्दों पर बात करने से बचती है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य विधानसभा के आगामी मानसून सत्र के दौरान इन सवालों को सदन में उठाएगी।