राजस्थान में कोटा में तकनीकी विश्वविद्यालय के छात्रों की ओर से बनाये मानव रहित कचरा निस्तारण प्रोजेक्ट के जरिये नौ यूनिट लगाई जाए तो एक दिन में ही कचरे को निस्तारित किया जा सकता है।
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के छात्रों की टीम ने मानव रहित कचरा निस्तारण प्रोजेक्ट बनाया है जिसमें वेस्ट मैनेजमेंट पर मॉडल के अलग-अलग टैंक बनाए गए। इसमें कैमरा तथा अल्ट्रा की सहायता से कचरे को विभाजित किया जाता है। छात्रों ने बताया की यदि कोटा शहर में इस मॉडल की नौ यूनिट लगाई जाए तो एक दिन में ही कचरे को निस्तारित किया जा सकता है।
विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्र विजेता टीम में कृष्णकांत यादव नकुल शर्मा, दिव्या शर्मा, नरेश सुमन,खुशी वर्मा और दिशा चौधरी के द्वारा बनाए गए इस प्रोजेक्ट के लिए उन्हें राज्य सरकार ने 15 लाख रुपए का पुरस्कार दिया गया है।
सहायक जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि जयपुर में राजस्थान कॉलेज में सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की और से आयोजित राजस्थान आईटी डे के अवसर पर लगातार 36 घंटे तक आयोजित राजस्थान आईटी डे हैकथॉन में देश भर के 3000 से ज्यादा युवाओं नें ऑनलाइन प्रतिभागिता निभाई साथ ही इसके आलावा ऑफलाइन हैकथॉन में 70 हजार से ज्यादा युवाओं ने प्रतियोगिता में भाग लिया। उनमें से विजेता युवाओं को राजस्थान सरकार ने 90 लाख लागत के काम दिए। ऑफलाइन हैकथॉन में प्रथम पुरस्कार में 25 लाख, दूसरे पुरस्कार में 20 लाख एवं तृतीय पुरस्कार विजेता टीम को 15 लाख का कार्यादेश दिया गया।
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एस के सिंह के निर्देशन में उक्त प्रतियोगिता में भाग लेने गये विश्विद्यालय के छात्रों द्वारा ऑफलाइन प्रतियोगिता में तृतीय पुरस्कार गोल्डन रेवोलुशन टीम राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी कोटा के छात्रों को दिया गया।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर एस के सिंह ने विजेता विद्यार्थियों की टीम को शुभकामनाएं प्रदान की उन्होंने कहा कि नवाचार प्रयोग विद्यार्थियों की उद्यमशीलता व रचनात्मकता को बढ़ावा देता है। प्रतिस्पर्धा के इस दौर में विद्यार्थियों कुछ अलग हटकर करने की आवश्यकता है। कौशल विकास के साथ विद्यार्थी अपने विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।