राजस्थान के कुशवाह, काछी, सैनी एवं माली समाज को बारह प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर में लोग फिर सड़क पर उतर आये और आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या इक्कीस जाम कर दिया है।
आंदोलन के कारण मार्ग को जाम कर देने से इस मार्ग पर वाहनों को वैकल्पिक मार्गो से निकाला जा रहा है।
इस मांग को लेकर शुक्रवार देर शाम हलेना-वैर रोड पर ठप्प किये गए आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 21 पर जमा आंदोलनकारियों को पुलिस एवं प्रशासन ने काफी समझाया लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी संख्या में कुशवाह, काछी, सैनी एवं माली समाज के आंदोलनकारियों की भीड़ जमा है।
आंदोलन के मद्देनजर आंदोलन स्थल तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद किया गया है। बताया गया है कि कुशवाह, काछी, सैनी, माली समाज प्रदेश आरक्षण संघर्ष समिति ने धरनास्थल पर ही वार्ता की अपनी जिद को दोहराया और कहा है कि वार्ता से पहले उनके गिरफ्तार नेताओ को नहीं छोड़ा गया तो अब पूरे प्रदेश में चक्का जाम किया जाएगा।
शुक्रवार को आंदोलनकारियों की भीड़ को नियंत्रित एवं तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस छोड़े और उन्हें खदेड़ने का प्रयास किया लेकिन वे मौके पर डटे रहे और उन्होंने देर शाम को मार्ग जाम कर दिया। आंदोलन से पैदा हुए गतिरोध को दूर करने के लिये शुक्रवार को फुले आरक्षण समिति के विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों को बुलाकर भरतपुर में जिला कलेक्ट्रेट मे एक प्रतिनिधि मण्डल की संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक एवं जिला कलक्टर से वार्ता करा उन्हें समझाइश के बाद कुछ बिन्दुओं पर सहमति बनाकर धरना स्थल पर भेजा भी गया लेकिन आंदोलनकारियों ने उनसे किसी भी तरह की मुलाकात करने से इनकार कर दिया।
पुलिस ने मौके से एक ट्रैक्टर, एक जुगाड और एक ऑटो को जब्त किया है। उच्च प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा मौके पर सतत निगरानी रखी जा रही है। इस बीच आंदोलनकारियों ने दावा किया है कि उनके इस आंदोलन में समर्थन के लिए अन्य राज्यों के साथ पड़ोसी जिलो से भी उनके समाज के लोगों का धरनास्थल पर पहुंचना शुरू हो गया है।