नयी दिल्ली सकल जैन समाज ने भारतीय बच्ची अरिहा को जर्मनी से वापस लाने के लिए गुरुवार को को संसद भवन के समक्ष प्रदर्शन किया और भारत में जर्मन राजदूत को एक ज्ञापन सौंपा।
सकल जैन समाज के प्रतिनिधि और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में मध्यप्रदेश पैनल के पूर्व सदस्य अवनीश जैन ने यहां संवाददाताओं को बताया कि लगभग दो साल से भारतीय बच्ची अरिहा को जर्मनी के बाल सुधार गृह में रखा गया है। इस बच्ची को उसकी माता पिता से नहीं मिलने दिया जा रहा है। भारतीय दूतावास के अधिकारियों को भी इस बच्ची से मिलने की अनुमति नहीं है।
श्री जैन ने कहा कि बच्ची को भारतीय संस्कृति से दूर किया जा रहा है। वह जैन बच्चा है लेकिन उसे खाने में मांस का आहार दिया जा रहा है। उन्होेंने कहा कि भारत में जल्दी ही जैन समाज के महत्वपूर्ण पर्यूषण पर्व और जन्माष्टमी का उत्सव आरंभ होने वाला है। ऐसे में अरिहा को भारतीय परिवेश में लाने की अनुमति दी जानी चाहिए जिससे वह वह पारिवारिक परिवेश को देख समझ सके।
उन्होंने कहा कि जैन समाज और कई मानवाधिकार संगठन अरिहा को उसके माता पिता को सौंपने की मांग कर रहे हैं। पिछले दिनाें अरिहा के माता पिता और अन्य लोगों ने विभिन्न सांसदों से मुलाकात की थी।
जर्मन राजदूत को सौंपे में गये ज्ञापन में कहा गया है कि अरिहा को जर्मनी में भारतीय समुदाय के साथ स्वतंत्रता दिवस एवं अन्य भारतीय त्योहार मनाने की अनुमति दी जानी चाहिए।